सोमवार 18 अगस्त 2025 - 11:04
शरई अहकाम । अरबईन की नज़्र की बची राशि का इस्तेमाल

हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनेई ने अरबईन की नज़्र के बाकी बचे पैसो से संबंधित पूछे गए सवाल का जवाब दिया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, अरबईन हुसैनी (अ) के पवित्र अवसर पर होने वाले दान और नज़्र के पैसों के शरई अहकाम का पालन करना बहुत ज़रूरी है। इन पैसों का सही इस्तेमाल और बचा हुआ पैसा कैसे रखा जाए या खर्च किया जाए, इसके बारे में एक सवाल पूछा गया था। जिसका जवाब आयतुल्लहिल उज़्मा ख़ामेनेई (द ज) ने दिया है। शरई अहकाम मे रुचि रखने वालो के लिए पूछा गया सवाल और उसके जवाब का पाठ प्रस्तुत किया गया है।

* अरबईन की नज़्र के बाकी बची राशि का इस्तेमाल

सवाल:
अरबईन के दिनों में किसी सेवा शिविर (मूकिब) में सेवा करते समय, जो पैसे उस साल के खर्च से बच जाते हैं, क्या उन्हें रखना सही है या किसी भी तरह से खर्च करना ज़रूरी है?

जवाब:
दान देने वालों द्वारा दिए गए पैसे उसी साल के अरबईन के दौरान खर्च किए जाने चाहिए (इस तरह कि इसराफ़ न हो) और अगर कुछ बच जाए तो उसे अगले साल के अरबईन में खर्च करना चाहिए।

टैग्स

आपकी टिप्पणी

You are replying to: .
captcha